1--अगर जो दिल की सुनो तो हार जाओगे..
हम जैसा प्यार फिर कहाँ से पाओगे..
जान देने की बात को हर कोई करता है..
जिन्दगी बनाने वाला कहाँ से लाओगे..
जो इक नज़र देखोगे हमें..
हर तरफ हमको ही पाओगे..
यकीं अपनी चाहत का इतना है मुझे..
मेरी आँखो में झाँकोगे और लौट आओगे..
मेरी यादों के समंदर में जो डूब गऐ तुम..
कहीं जाना भी चाहोगे तो जा नहीं पाओगे..
2--अरे हमें तो अपनों ने लूटा,
गैरों में कहाँ दम था.
मेरी हड्डी वहाँ टूटी,
जहाँ हॉस्पिटल बन्द था.
मुझे जिस एम्बुलेन्स में डाला,
उसका पेट्रोल ख़त्म था.
मुझे रिक्शे में इसलिए बैठाया,
क्योंकि उसका किराया कम था.
मुझे डॉक्टरों ने उठाया,
नर्सों में कहाँ दम था.
मुझे जिस बेड पर लेटाया,
उसके नीचे बम था.
मुझे तो बम से उड़ाया,
गोली में कहाँ दम था.
और मुझे सड़क में दफनाया,
क्योंकि कब्रिस्तान में फंक्शन था
3--किसी की आँखों मे मोहब्बत का सितारा होगा
एक दिन आएगा कि कोई शक्स हमारा होगा
कोई जहाँ मेरे लिए मोती भरी सीपियाँ चुनता होगा
वो किसी और दुनिया का किनारा होगा
काम मुश्किल है मगर जीत ही लूगाँ किसी दिल को
मेरे खुदा का अगर ज़रा भी सहारा होगा
किसी के होने पर मेरी साँसे चलेगीं
कोई तो होगा जिसके बिना ना मेरा गुज़ारा होगा
देखो ये अचानक ऊजाला हो चला,
दिल कहता है कि शायद किसी ने धीमे से मेरा नाम पुकारा होगा
और यहाँ देखो पानी मे चलता एक अन्जान साया,
शायद किसी ने दूसरे किनारे पर अपना पैर उतारा होगा
कौन रो रहा है रात के सन्नाटे मे
शायद मेरे जैसा तन्हाई का कोई मारा होगा
अब तो बस उसी किसी एक का इन्तज़ार है,
किसी और का ख्याल ना दिल को ग़वारा होगा
ऐ ज़िन्दगी! अब के ना शामिल करना मेरा नाम
ग़र ये खेल ही दोबारा होगा
जानता हूँ अकेला हूँ फिलहाल
पर उम्मीद है कि और ज़िन्दगी का कोई ओर ही किनारा होगा .......
4--सूरत हमारी देख ली उन्होने, दिल हमारा देख ना सके..
खुशी हमारी देख ली उन्होने, गम हमारा देख ना सके..
प्यार हमसे कर लिया उन्होने, कदर हमारी कर ना सके..
हँसी हमारी देख ली उन्होने, आँसु हमारे देख ना सके..
बेवफा हमें कहने लगे वो, चाहत हमारी देख ना सके..
ख्वाब समझ कर भूल गये हमें, महोब्बत हमारी देख ना सके..
5---सफर में मुश्किलें आऐ, तो हिम्मत और बढ़ती है,
कोई अगर रास्ता रोके, तो जुर्रत और बढ़ती है,
अगर बिकने पे आ जाओ, तो घट जाते है दाम अक्सर
ना बिकने का इरादा हो तो, कीमत और बढ़ती है
6-----जिंदगी बनाने के लिए,
घर से दूर निकल आया हूँ,
सपनो को पाने की चाहत में,
अपनों को दूर छोड़ आया हूँ,
सुख साधन कितने ही समेट लूं,
मेरा घर आज भी याद आता है,
चाहूं तो सारी दुनिया को नाप लूं,
आखिर में माँ के हाथ का खाना याद आता है,
बीमार जब होता हूँ तो इलाज तो मिल जाता है,
पर जब दावा न काम आती तो माँ का दुलार याद आता है,
अब तो बस कोसता हूँ अपने आप को,
की क्या करने चला आया हूँ,
जिंदगी बनाना चाहता था मैं ..
और जिंदगी से ही दूर चला आया हूँ...
7---- ए खुदा आज ये फ़ैसला करदे, उसे मेरा या मुझे उसका करदे.
बहुत दुख सहे हे मैने, कोई ख़ुसी अब तो मूक़दर करदे.
बहुत मुश्किल लगता है उससे दूर रहना, जुदाई के सफ़र को कम करदे.
जितना दूर चले गये वो मुझसे, उसे उतना करीब करदे.
नही लिखा अगर नसीब मे उसका नाम, तो ख़तम कर ये ज़िंदगी और मुझे फ़ना करदे
8----जीवन स्वयं व्यापार बना हैं
मोल – तोल का भाव बना हैं
क्रय – विक्रय जो करना चाहो
इसके वास्ते संसार बना हैं
फिर भी कुछ अनमोल है इसमें
जिसका कोई मोल नहीं
भक्त की भक्ती हो
हो साकी की हाला
दाम से नही मिलती
सम्मान से मिलती मधुशाला।
9----एक लड़का बेचारा, गम का मारा,
गलियोमे फिरता था बनके आवारा,
अपनी माँ का वो था दुलारा,
पर एक लड़की के प्यारमे वो अपना दिल हारा,
छोड़ के चली गयी वो लड़की उसे,
जिसके नाम कर दिया था उसने अपना जीवन सारा,
न जाने कैसे होगा अब उसका गुजारा,
कोई तो होगा जो देगा उसे सहारा,
एक लड़का बेचारा, गम का मारा,
गलियोमे फिरता था बनके आवारा,
Moral of the story-
प्यार में मिलते है दर्द हज़ार,
उसके चक्करमें न पड़ना मेरे यार
10----होली का त्यौहार आया
रंगो की फुहार लाया
रंग-गुलाल अब उड़ने लगा है
मस्त का रंग ही चढ़ने लगा है
फागुन के इस मस्त महीने
धरती का श्रंगार करने
बसंत ऋतू भी आ पहुची है
वन उपवन में फूल खिलें हैं
खुशबू हवा में घुलने लगी है
नववर्ष के स्वागत के लिए
धरती भी अब सजने लगी है
यह वर्ष अब जाने वाला है
नव वर्ष अब आने वाला है
बीती बाते भूल जाओ सब
जो होनी थी है वो हो ली
आगे बढ़ो गुलाल लगाओ
मिल कर सब
–
[शुभ}हैप्पी होली………
खुदा कैसे karoon शुक्रिया Ke Liye दीन है
जिस दीन तुम्हे धरती पे भेजा hamare liye
ना जाने क्यों मुख्य इंतज़ार कर रहा था
Shayad janamdin है तुम्हारा लिये है
मेरी हर ई.के. दुआ
हम जैसा प्यार फिर कहाँ से पाओगे..
जान देने की बात को हर कोई करता है..
जिन्दगी बनाने वाला कहाँ से लाओगे..
जो इक नज़र देखोगे हमें..
हर तरफ हमको ही पाओगे..
यकीं अपनी चाहत का इतना है मुझे..
मेरी आँखो में झाँकोगे और लौट आओगे..
मेरी यादों के समंदर में जो डूब गऐ तुम..
कहीं जाना भी चाहोगे तो जा नहीं पाओगे..
2--अरे हमें तो अपनों ने लूटा,
गैरों में कहाँ दम था.
मेरी हड्डी वहाँ टूटी,
जहाँ हॉस्पिटल बन्द था.
मुझे जिस एम्बुलेन्स में डाला,
उसका पेट्रोल ख़त्म था.
मुझे रिक्शे में इसलिए बैठाया,
क्योंकि उसका किराया कम था.
मुझे डॉक्टरों ने उठाया,
नर्सों में कहाँ दम था.
मुझे जिस बेड पर लेटाया,
उसके नीचे बम था.
मुझे तो बम से उड़ाया,
गोली में कहाँ दम था.
और मुझे सड़क में दफनाया,
क्योंकि कब्रिस्तान में फंक्शन था
3--किसी की आँखों मे मोहब्बत का सितारा होगा
एक दिन आएगा कि कोई शक्स हमारा होगा
कोई जहाँ मेरे लिए मोती भरी सीपियाँ चुनता होगा
वो किसी और दुनिया का किनारा होगा
काम मुश्किल है मगर जीत ही लूगाँ किसी दिल को
मेरे खुदा का अगर ज़रा भी सहारा होगा
किसी के होने पर मेरी साँसे चलेगीं
कोई तो होगा जिसके बिना ना मेरा गुज़ारा होगा
देखो ये अचानक ऊजाला हो चला,
दिल कहता है कि शायद किसी ने धीमे से मेरा नाम पुकारा होगा
और यहाँ देखो पानी मे चलता एक अन्जान साया,
शायद किसी ने दूसरे किनारे पर अपना पैर उतारा होगा
कौन रो रहा है रात के सन्नाटे मे
शायद मेरे जैसा तन्हाई का कोई मारा होगा
अब तो बस उसी किसी एक का इन्तज़ार है,
किसी और का ख्याल ना दिल को ग़वारा होगा
ऐ ज़िन्दगी! अब के ना शामिल करना मेरा नाम
ग़र ये खेल ही दोबारा होगा
जानता हूँ अकेला हूँ फिलहाल
पर उम्मीद है कि और ज़िन्दगी का कोई ओर ही किनारा होगा .......
4--सूरत हमारी देख ली उन्होने, दिल हमारा देख ना सके..
खुशी हमारी देख ली उन्होने, गम हमारा देख ना सके..
प्यार हमसे कर लिया उन्होने, कदर हमारी कर ना सके..
हँसी हमारी देख ली उन्होने, आँसु हमारे देख ना सके..
बेवफा हमें कहने लगे वो, चाहत हमारी देख ना सके..
ख्वाब समझ कर भूल गये हमें, महोब्बत हमारी देख ना सके..
5---सफर में मुश्किलें आऐ, तो हिम्मत और बढ़ती है,
कोई अगर रास्ता रोके, तो जुर्रत और बढ़ती है,
अगर बिकने पे आ जाओ, तो घट जाते है दाम अक्सर
ना बिकने का इरादा हो तो, कीमत और बढ़ती है
6-----जिंदगी बनाने के लिए,
घर से दूर निकल आया हूँ,
सपनो को पाने की चाहत में,
अपनों को दूर छोड़ आया हूँ,
सुख साधन कितने ही समेट लूं,
मेरा घर आज भी याद आता है,
चाहूं तो सारी दुनिया को नाप लूं,
आखिर में माँ के हाथ का खाना याद आता है,
बीमार जब होता हूँ तो इलाज तो मिल जाता है,
पर जब दावा न काम आती तो माँ का दुलार याद आता है,
अब तो बस कोसता हूँ अपने आप को,
की क्या करने चला आया हूँ,
जिंदगी बनाना चाहता था मैं ..
और जिंदगी से ही दूर चला आया हूँ...
7---- ए खुदा आज ये फ़ैसला करदे, उसे मेरा या मुझे उसका करदे.
बहुत दुख सहे हे मैने, कोई ख़ुसी अब तो मूक़दर करदे.
बहुत मुश्किल लगता है उससे दूर रहना, जुदाई के सफ़र को कम करदे.
जितना दूर चले गये वो मुझसे, उसे उतना करीब करदे.
नही लिखा अगर नसीब मे उसका नाम, तो ख़तम कर ये ज़िंदगी और मुझे फ़ना करदे
8----जीवन स्वयं व्यापार बना हैं
मोल – तोल का भाव बना हैं
क्रय – विक्रय जो करना चाहो
इसके वास्ते संसार बना हैं
फिर भी कुछ अनमोल है इसमें
जिसका कोई मोल नहीं
भक्त की भक्ती हो
हो साकी की हाला
दाम से नही मिलती
सम्मान से मिलती मधुशाला।
9----एक लड़का बेचारा, गम का मारा,
गलियोमे फिरता था बनके आवारा,
अपनी माँ का वो था दुलारा,
पर एक लड़की के प्यारमे वो अपना दिल हारा,
छोड़ के चली गयी वो लड़की उसे,
जिसके नाम कर दिया था उसने अपना जीवन सारा,
न जाने कैसे होगा अब उसका गुजारा,
कोई तो होगा जो देगा उसे सहारा,
एक लड़का बेचारा, गम का मारा,
गलियोमे फिरता था बनके आवारा,
Moral of the story-
प्यार में मिलते है दर्द हज़ार,
उसके चक्करमें न पड़ना मेरे यार
10----होली का त्यौहार आया
रंगो की फुहार लाया
रंग-गुलाल अब उड़ने लगा है
मस्त का रंग ही चढ़ने लगा है
फागुन के इस मस्त महीने
धरती का श्रंगार करने
बसंत ऋतू भी आ पहुची है
वन उपवन में फूल खिलें हैं
खुशबू हवा में घुलने लगी है
नववर्ष के स्वागत के लिए
धरती भी अब सजने लगी है
यह वर्ष अब जाने वाला है
नव वर्ष अब आने वाला है
बीती बाते भूल जाओ सब
जो होनी थी है वो हो ली
आगे बढ़ो गुलाल लगाओ
मिल कर सब
–
[शुभ}हैप्पी होली………
खुदा कैसे karoon शुक्रिया Ke Liye दीन है
जिस दीन तुम्हे धरती पे भेजा hamare liye
ना जाने क्यों मुख्य इंतज़ार कर रहा था
Shayad janamdin है तुम्हारा लिये है
मेरी हर ई.के. दुआ
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